सर : तुला एखाद्या लढाईबद्दल महिती आहे का ?
चिंटू : हो.
सर : कोणत्या?
चिंटू : आईने घरातल्या गोष्टी बाहेर सांगायच्या नाहीत असं बजावलंय!
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करीसाठी मुलाखत सुरू असते.
मुलाखत घेणारा - बोला, आपलं नाव काय?
मुलाखत देणारा - विजय दीनानाथ चौहान
घेणारा - अरे; पण या फॉर्मवर तर आशीष पाटील असं लिहिलंय.
देणारा - लिहिलंय ना? दिसतंय ना? मग परत कशाला विचारताय?
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प्रेयसी (प्रियकराला) : का रे, इतका घाबरलास?
प्रियकर : अगं धमकी देणारं पत्र आलंय मला..मी त्याच्या बायकोला भेटणं सोडून दिलं नाही, तर तो मला सोडणार नाही म्हणतोय.
प्रेयसी : मग, तू त्याच्या बायकोला भेटणं सोडून का देत नाहीस?
प्रियकर : पत्रलेखक अज्ञात आहे..मला कसं कळणार ना, की त्याची बायको कोण आहे ते!
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चिंटू : हो.
सर : कोणत्या?
चिंटू : आईने घरातल्या गोष्टी बाहेर सांगायच्या नाहीत असं बजावलंय!
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रिक्षावाला : साहेब, रिक्षाचे ब्रेक निकामी झाले आहेत. त्यामुळे रिक्षा थांबतच नाहीये.. मी काय करू?
वामनराव : सगळ्यात आधी तू मीटर बंद कर!
वामनराव : सगळ्यात आधी तू मीटर बंद कर!
करीसाठी मुलाखत सुरू असते.
मुलाखत घेणारा - बोला, आपलं नाव काय?
मुलाखत देणारा - विजय दीनानाथ चौहान
घेणारा - अरे; पण या फॉर्मवर तर आशीष पाटील असं लिहिलंय.
देणारा - लिहिलंय ना? दिसतंय ना? मग परत कशाला विचारताय?
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प्रेयसी (प्रियकराला) : का रे, इतका घाबरलास?
प्रियकर : अगं धमकी देणारं पत्र आलंय मला..मी त्याच्या बायकोला भेटणं सोडून दिलं नाही, तर तो मला सोडणार नाही म्हणतोय.
प्रेयसी : मग, तू त्याच्या बायकोला भेटणं सोडून का देत नाहीस?
प्रियकर : पत्रलेखक अज्ञात आहे..मला कसं कळणार ना, की त्याची बायको कोण आहे ते!
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